आज हम आपको भारतीय क्रिकेट के ऐसे पांच महान खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं। जिन्होंने टीम के लिए तो शानदार प्रदर्शन किया है। लेकिन उन्हें अपनी अंतिम विदाई मैं मैच खेलने का मौका भी नहीं दिया गया। तो चलिए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में:-
1)वीरेंद्र सहवाग
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम को तेज तर्रार शुरुआत देने वाले विस्फोटक ओपनर बल्लेबाज विरेंद्र सहवाग को भी अपना अंतिम मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया। विरेंद्र सहवाग सचिन तेंदुलकर के साथ ओपनिंग किया करते थे और यह बहुत ही महान बल्लेबाज से कई गेंदबाज तो उनके सामने गेंदबाजी करने से भी कांपते थे। सहवाग ने साल 2008 में चेन्नई टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रनों की पारी खेली थी। आखिरी इंटरनेशनल मैच सहवाग ने 2013 में खेला था। वैसे बीसीसीआई ने उन्हें 2015 में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर फेयरवेल स्पीच देने के लिए बुलाया था। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें एक ट्रॉफी भी सम्मान स्वरूप दी थी।
2)जहीर खान
लाखों फैंस के दिलों में जगह बनाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज जहीर खान को भी अंतिम मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया और उन्होंने मैदान के बाहर से ही क्रिकेट को अलविदा कह दिया। आपको बता दें कि जहीर खान ने पहाड़ में टेस्ट मैच और 200 पंडित भारत के लिए खेले हैं और वर्ल्ड कप 2011 में सबसे ज्यादा 21 विकेट लिए थे।
3)वीवीएस लक्ष्मण
इस लिस्ट में जो अगले खिलाड़ी हैं उनका नाम वीवीएस लक्ष्मण है। भारतीय क्रिकेट टीम के वेरी-वेरी स्पेशल वीवीएस लक्ष्मण ने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है। यह भारतीय क्रिकेट के बहुत ही बड़े दिग्गज है। साल 2001 में कोलकाता टेस्ट में लक्ष्मण ने 281 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी वो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक मानी जाती है। सन 2012 में वीवीएस लक्ष्मण ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।
4)युवराज सिंह
भारतीय क्रिकेट टीम के सिक्सर किंग युवराज सिंह की भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है। लेकिन फिर भी उन्हें अपना अंतिम विदाई मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने ग्राउंड के बाहर से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा युवी ने भारतीय टीम के लिए वनडे में 304 मैच और टेस्ट में 40 मैच खेले, इसके अलावा टी-20 में कुल 58 मैच खेले। साल 2019 में युवराज ने क्रिकेट से संन्यास का फैसला कर लिया था।
5)गौतम गंभीर
भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले और ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने मैदान के बाहर से ही क्रिकेट को अलविदा कहा था। उन्हें भी अपना विदाई मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया। आपको बता दें कि 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में गौतम गंभीर ने 97 रनों की शानदार और यादगार पारी खेली थी।