भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मनोज तिवारी टीम से बाहर चल रहा है। भारत की तरफ से 12 वनडे और 3 टी-20 मैच खेलने वाले मनोज तिवारी 2015 के बाद से ही टीम से बाहर है और वह लगातार वापसी करने की कोशिश भी कर रहे हैं। मगर उन्हें मौका नहीं मिलता मनोज तिवारी की पत्नी सुष्मिता उन लोगों पर गुस्सा है जिन्होंने उनके पति का नाम टीम इंडिया के फ्लॉप क्रिकेटर में शामिल किया है। सुष्मिता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी भड़ास निकाली। भारतीय बल्लेबाज की पत्नी ने टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर की प्रोफाइल बनाने वाले को जमकर सुनाया सुष्मिता ने कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, उन्होंने प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा कि जिसने भी कभी इस प्रोफाइल को बनाया उसकी हिम्मत कैसे हुई इसमें मेरे पति का नाम घसीटना की आप अपने मुद्दे तत्वों की जांच करें लोगों के बारे में बकवास पोस्ट करने की बजाय अपनी बेकार जिंदगी में कुछ काम करें।
दरअसल, इसके बाद फैंस ने उन्हें ऐसा पोस्ट न करने की सलाह दी। एक फैन ने कहा कि अगर आप बड़े स्टार की बीवी हैं तो इन सब बातों का आपके दिमाग पर असर नहीं पड़ना चाहिए। कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। छोड़ो बेकार की बात।
हम आपको बता दें कि 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले मनोज तिवारी के मन में आज भी एक सवाल है कि आखिर क्यों मेडन वनडे शतक लगाने के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि अभी तक उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी से नहीं पूछा कि टीम इंडिया की तरफ से मेडन वनडे शतक लगाने के बावजूद आखिर क्यों उन्हें अगले मैच में प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। तिवारी उन चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक हैं, जो पिछले मुकाबले में शतक जड़ने के बावजूद अगले मुकाबले में मैदान पर नहीं उतर पाए।
तिवारी ने 2011 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 104 रन की विजयी पारी खेली थी। इसके अगले ही मैच में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और वह अगले 14 मैच नहीं खेल पाए। मनोज तिवारी ने कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि अपने देश के लिए शतक बनाने के बाद और मैन ऑफ द मैच जीतने के बाद मैं अगले 14 मैचों के लिए बाहर हो जाऊंगा। तिवारी को टीम इंडिया की तरफ से वापस खेलने का मौका आठ महीने बाद मिला था। जब टीम इंडिया 2012 में श्रीलंका दौरे पर गई थी। उन्होंने उस मैच में 21 रन बनाए थे और फिर इसके बाद अर्धशतक जड़ा था। जबकि इसके बाद उन्हें फिर से दो साल के लिए टीम से बाहर कर दिया गया। 2015 में जिम्बाब्वें के खिलाफ वनडे सीरीज में उनकी वापसी हुई। इसके बाद से वह टीम से बाहर ही हैं।