क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसका जूनून पूरी दुनिया पर चढ़ा हुआ है दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमी नहीं जानते हैं। भारत में क्रिकेट के फैंस सबसे ज्यादा है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जब भी भारत में कोई मैच होता है तो कई दिन पहले ही टिकट खरीद लिया जाता है।
मैन ऑफ द मैच के पहले से लेकर प्रजेंटेशन तक स्टेडियम में रहते हैं। इस बीच स्टेडियम में बैठे क्रिकेट प्रेमी मैच का आनंद लेते हुए अनुमान लगाते हैं कि चौका और छक्का कौन लगाएगा। आज शतक कौन सा खिलाड़ी बनाएगा, और मैच कौन जीतेगा, इसके साथ साथ जब खत्म हो जाता है तो क्रिकेट फैंस मैन ऑफ द मैच का अनुमान लगाते हैं। भारत में क्रिकेट का जुनून लोगों के सर पर चढ़कर बोलता है लोग क्रिकेट के दीवाने हैं। मगर क्या आपको पता है कि हर मैच के बाद मैन ऑफ द मैच किसे चुना जाता है? इसमें सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच चुना जाता है।
इसमें तो ज्यादातर विजेता टीम को मैन ऑफ द मैच चुना जाता है, लेकिन कभी अवार्ड हारने वाली टीम के लिए खिलाड़ी को भी दिया जाता है। क्या आपको मालूम है कि किस आधार पर मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया जाता है? और यह अवार्ड देना कौन तय करता है?
मैन ऑफ द मैच का खिताब अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है। लेकिन कई बार हारने वाली टीम को भी मैन ऑफ द मैच चुना गया है। आप जानते नहीं होंगे कि मैच चुनने का फैसला कौन लेता है? सवाल का जवाब 90% लोगों को नहीं पता होगा। हम आपको बताते हैं कि मैन ऑफ द मैच के लिए एक पैनल बनाया जाता है इस पैनल में मैच के दौरान कमेंट्री कर कमेंटेटर्स शामिल होते हैं, जिनके पास मैच अच्छी जानकारी होती है इस पैनल का सदस्य वोट करते हैं जिस खिलाड़ी के पक्ष में ज्यादा वोट आती है उसे ही मैन ऑफ द मैच चुने जाता है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैन ऑफ द मैच चुनने की विधि इस मैच में कमेंट करने वालों के अलावा खिलाड़ी और मैच रेफरी भी शामिल है। वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में मैन ऑफ द मैच चुनने के लिए अलग समिति बनाई जाती है। और फिर यह तय होता है कि कौन मैन ऑफ द मैच बनेगा।